कुश्ती-कबड्डी मैट, जिम, हॉस्टल, कोच और रौशनी की है व्यवस्था
प्रतिभाशाली गरीब बच्चों को देते हैं फ्री डाइट
नारनौल, 21 दिसम्बर|
कबड्डी खेल से लगाव जब जनून में बदला तो अधिवक्ता यादवेन्द्र सिंह ने अपने पैसे से अपने ही खेत में कुश्ती और कबड्डी की अकादमी बना डाली| जिसमें न केवल परम्परागत मिट्टी वाले खेल मैदान और अखाड़ा हैं, बल्कि इनडोर मैट वाला अखाड़ा और कबड्डी का ग्राउंड भी है| इतना ही नहीं अकादमी में जिम की सुविधा के साथ-साथ रात में प्रैक्टिस के लिए लाइट और हॉस्टल की भी व्यवस्था की गई है|
नारनौल नगर परिषद् का हिस्सा बन चुके गाँव नीरपुर निवासी अधिवक्ता यादवेन्द्र सिंह का कबड्डी और कुश्ती को लेकर जनून इस हद तक बढ़ा कि उन्होंने अपने खेत में अपने पैसे से कुश्ती-कबड्डी की “शक्ति स्पोर्ट्स एकेडमी” बना डाली| उन्होंने नीरपुर चौक के पास अपने खेत में 48 फीट चौड़े और 120 फीट लम्बे टीन शैड का निर्माण करवाकर उसमें मैट वाले कुश्ती और कबड्डी के ग्राउंड बनवाए हैं, वहीं खिलाडियों के लिए जिम की भी व्यवस्था की है| इसके अलावा परंपरागत मिट्टी वाले अखाड़ा और कबड्डी ग्राउंड भी तैयार करवाए हैं|
एकेडमी में ही रहकर प्रैक्टिस करने वाले युवाओं के लिए उन्होंने 15 बच्चों के लिए हॉस्टल की भी व्यवस्था करवाई है| बच्चों को ट्रेनिंग देने के लिए कोच रखा हुआ है और खुद भी समय लगाते हैं| जो बच्चे रात में भी प्रैक्टिस करना चाहते हैं उनके लिए अन्दर बाहर दोनों जगह रौशनी की पर्याप्त व्यवस्था करवाई हुई है| यादवेन्द्र सिंह ने अन्तर-विश्वविद्यालय स्तर तक वॉलीबॉल खेला है वहीं कबड्डी के भी अच्छे खिलाडी रहे हैं| वे क्षेत्र से गायब होते जा रहे कबड्डी-कुश्ती जैसे खेलों को पुन: लोकप्रिय बनाने के लिए प्रयासरत हैं| उनका बेटा सक्षम भी उदयीमान पहलवान है|
यादवेन्द्र सिंह ने बताया कि कुश्ती-कबड्डी इस इलाके के परम्परागत खेल रहे हैं| उनके चाचा पूर्व सांसद राव मानसिंह अपने दौर के बेहतरीन पहलवान और कबड्डी खिलाड़ी थे, वे खेल कोटे से ही पुलिस में अधिकारी बने थे और एसएसपी सेवानिवृत हुए| लेकिन धीरे-धीरे दोनों ही खेल इलाके से लगभग गायब हो गए हैं| क्योंकि बड़े स्तर पर अब कुश्ती-कबड्डी मैट पर होती हैं, जिसकी कोई सुविधा हमारे जिले में नहीं थी और ना ही कोई प्रशिक्षक यहाँ सरकारी स्तर पर उपलब्ध है| इसलिए हमने आधुनिक इनडोर खेल मैदान तैयार करवाए हैं| लगभग 50 लाख की लागत से इनडोर-आउटडोर ग्राउंड, जिम, हॉस्टल, रौशनी, पानी और कोच आदि की व्यवस्था की गई है| उन्होंने बताया कि अकादमी नीरपुर चौक से मात्र 300 मीटर की दूरी पर है और किन्नू के बागों के बीच शांत और स्वच्छ स्थान पर स्थित है|
यादवेन्द्र सिंह ने बताया कि बच्चों से मात्र पाँच सौ रूपये महिना मेंटेनेंस चार्ज लिया जाता है| लेकिन गरीब और प्रतिभाशाली खिलाडियों से यह चार्ज भी नहीं लिया जाता और उन्हें डाइट भी फ्री दी जाती है| फ़िलहाल हमारे पास 20-25 खिलाड़ी अभ्यासरत हैं| बच्चों के प्रोत्साहन के लिए अकादमी की ओर से हर तीन माह में एक बार कबड्डी प्रतियोगिता का भी आयोजन अंडर 19 खिलाडियों के लिए किया जाता है, जिसमें आकर्षक इनाम दिये जाते हैं|